होनिंग एक प्रकार की कार्य विधि है जिसमें सिलण्ड्रिकल सरफेस को एब्रेसिव स्टिक के द्वारा फिनिश किया जाता है । एब्रेसिव स्टिक को होन भी कहते हैं । होनिंग प्राय: इंजन सिलण्डर, बियरिंग बोर, पिनहोल आदि के लिये की जाती है । बाहरी सिलण्ड्रिकल सरफेस पर भी होनिंग की जाती है ।
होनिंग कार्य क्रिया करने के प्रायः निम्नलिखित कारण होते हैं:
I. सिलण्ड्रिकल सरफेस पर उच्चकोटि की फिनिश लाने के लिये ।
II. सिलण्ड्रिकल सरफेस को अंतिम सीमा तक परिशुद्ध साइज में बनाने के लिये ।
III. सरफेस के साइज को नियंत्रण में रखने के लिये ।
IV. निर्धारित फिट लाने के लिये ।
होनिंग स्टोन:
Honing in hindi
इसको होनिंग स्टिक और होने भी कहते हैं । यह प्रायः एल्युमीनियम ऑक्साइड, सिलिकन कार्बाइड तथा डायमंड एब्रेसिव को बाँड के साथ मिलाकर बनाया जाता है । प्राय: विट्रिफाइड और रेजिनॉयड बाँड प्रयोग में लाये जाते हैं ।
होनिंग स्टोन का चयन करना:
कार्य के अनुसार होनिंग स्टोन का चयन करके कार्यक्रिया की जाती है ।
होनिंग स्टोन का चयन करते समय निम्नलिखित संकेतों को ध्यान में रखना चाहिये:
1. कास्ट ऑयरन के जॉब पर होनिंग करने के लिये सिलिकन कार्बाइड और स्टील के जॉब के लिये एल्युमीनियम ऑक्साइड वाले होनिंग स्टोन का प्रयोग करना चाहिये । होनिंग के लिए निम्नलिखित एब्रेसिव वाले होनिंग स्टोन का चयन करना चाहिए:
2. हार्ड धातु के जॉब के लिये सॉफ्ट बाँड वाले होनिंग स्टोन का प्रयोग करना चाहिये ।
3. अच्छी फिनिश लाने के लिये फाइन एब्रेसिव वाले होनिंग स्टोन को प्रयोग में लाना चाहिये ।
होनिंग के लिए एलाउंस: - होनिंग करने से पहले सिलण्ड्रिकल सरफेस को मशीनिंग किया जाता है और होनिंग के लिये प्रायः 0.01 मिमी. एलाउंस रखा जाता है ।
होनिंग विधि:
कार्य के अनुसार होनिंग स्टोन का चयन करके इसे होनिंग मशीन के स्पिंडल में बांध दिया जाता है । इसके बाद जॉब को मशीन के टेबल के साथ सही पोजीशन में बांधकर मशीन को चालू किया जाता है । होनिंग स्टोन को जॉब में ऊपर नीचे चलाकर होनिंग की जाती है ।
होनिंग कार्य क्रिया करते समय लूब्रिकेटिंग ऑयल का प्रयोग भी किया जाता है । प्रायः मिट्टी का तेल प्रयोग में लाया जाता है । बाहरी सिलण्ड्रिकल सरफेस पर होनिंग करने के लिये एक्सटर्नल होनिंग मशीन का प्रयोग किया जाता है । होनिंग ऑपरेशन मेनुअल स्ट्रोक होनिंग और पॉवर स्ट्रोक होनिंग द्वारा किया जा सकता ।
Some more important topics:
रिवॅटिंग औजार (Riveting Tools)
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1 . बाल पेन हैमर ( Ball Pane Hammer ) - इसका प्रयोग रिवॅटिंग करते समय चोट लगाने या हैमररिंग करने के लिये किया जाता है ।
2 . रिवॅट सेट ( Rivet Set ) - यह एक खोखले पंच जैसा होता है जिसके सिरे पर एक होल ड्रिल किया हुआ होता है रिवॅट के व्यास जैसा।
इसका प्रयोग रिवेंट की जाने वाली प्लेटों को दबाने या गैप कम करने के लिए किया जाता है ।
3 . रिवॅट स्नैप ( Rivet Snap ) - इसका प्रयोग रिवॅट के दोनों और एक समान हैड बनाने के लिए किया जाता है या हैड को अंतिम रूप देने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है ।