लेथ या खराद मशीन
वर्कशॉप में अलग-अलग प्रकार की मशीनों का प्रयोग किया जाता है जिनमें से लेथ मशीन या खराद मशीन एक बहुत ही उपयोगी मशीन है लेथ मशीन को सभी मशीन की जननी कहा जाता है इस पर बहुत से कार्य किए जा सकते हैं किसी बेलनाकार जॉब को टर्निंग करना, भीतर के व्यास को बढ़ाना ,चूड़ी काटना, ग्रूविंग, सर्फेसिंग, टर्निंग, नर्लिंग, इसी प्रकार बहुत से कार्य इस पर किए जा सकते हैं।
लेथ मशीन के प्रकार Types of lathe Machines
स्पीड खराद Speed Lathe
यह देखने में बहुत ही साधारण होती है इसे मोटर या इंजन के द्वारा चलाया जाता है । इसमें बैड, हेड स्टॉक व टूल पोस्ट लगे होते हैं इसके टूल को हाथ के द्वारा ही चलाया जाता है । इसके स्पिंडल की फीड 1200 से 3600 चक्कर प्रति मिनट तक होती हैं इस प्रकार की मशीन का प्रयोग लकड़ी खरीदने, पैटर्न बनाने, पॉलिश करने, पतली चादरों के बर्तन बनाने में भी किया जाता है ।
इंजन या सेंटर लेथ Engine & Centre Lathes
वर्तमान में एक प्लेट का प्रयोग सबसे अधिक किया जाता है सबसे पहले इसे स्टीम इंजन के द्वारा चलाया गया था इसलिए इसे इंजन लेथ भी कहा जाता है आजकल इसे surfacing and sliding, screw cutting लेथ भी कहते हैं । बेंच लेथ इसी के अंतर्गत आती है बेंच लेथ Bench Lathe - यह एक छोटे साइज की लेथ मशीन है इसे बेंच पर फिट किया जाता है और प्रयोग में लाया जाता है यह काफी यथार्थता Accurate जॉब बनाने में सक्षम है. इस पर छोटे छोटे साइज के जॉब बनाए जा सकते हैं यह टूल रूम में पाई जाती हैं
टूल रूम लेथ Tool Room Lathes
इस प्रकार की लेथ मशीन 230 परिशुद्ध कार्य करती है इसके स्पिंडल की गति अधिक होती है इसके बैड की लंबाई 135 सेंटीमीटर से 180 सेंटीमीटर होती है इसे प्रेसीजन लेथ भी कहते हैं । इसमें बहुत से उपकरण लगे होते हैं जैसे कॉलेट चक, टेपर अटैचमेंट, थ्रेड चेंजिंग,कूलेंट पंप आदि । साधारणत: टूलरुम में अधिक परिशुध्द कार्य Precision Work करने के लिए इन मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है ।
प्रोडक्शन लेथ Production Lathe- इस प्रकार की लेथ का प्रयोग बहू उत्पादन कार्य में किया जाता है यह निम्न प्रकार की होती है।
I. केपस्टन लेथ- इसका मुख्य प्रयोग बहू उत्पादन Mass Production कार्य के लिए किया जाता है इसमें टेल स्टॉक नहीं होता बल्कि 6 मुखी टेरेट हेड होता है जिसमें 6 या इससे अधिक टूल को आसानी से बांधा जा सकता है इस पर गियर हेड स्टॉक, बैड और सैंडल के ऊपर टूल पोस्ट होता है ।
II. टरेट लेथ Turret Lathe- इस मशीन में कैप्स्टन हैड के स्थान पर टर्रेट हैड होता है टर्रेट हैड सीधे मशीन बैड पर लगा होता है इस प्रकार की लेथ का प्रयोग बहू उत्पादन कार्यों में किया जाता है इस पर लंबे व भारी जॉब को आसानी से पकड़ कर उस पर कार्य जा सकता है ।
स्वचालित लेथ Automatic Lathe
यह मशीन जॉब के सभी ऑपरेशन आसानी से स्वयं कर सकती है इसका प्रयोग मास प्रोडक्शन में भी किया जाता है इससे उत्पादन में वृद्धि होती हैं । इस प्रकार की लेंथ मशीनें पूर्ण रुप से स्वचालित होती है सभी प्रकार की कटिंग क्रिया प्रक्रियाएं तथा अंत में अनलोडिंग आदि सभी क्रियाएं एवं मूवमेंट्स ऑटोमेटिक होते है ।
विशेष लेथ मशीन Special Purpose Lathe
इस मशीन का प्रयोग स्पेशल जॉब को बनाने के लिए किया जाता है जिस जॉब को अन्य मशीन पर नहीं बनाया जा सकता उसे स्पेशल लेथ मशीन पर आसानी से बनाया जा सकता है जैसे क्रैंक शाफ्ट को टर्न करने के लिए हम क्रैंक शाफ़्ट लेथ का इस्तेमाल करते है इसके अतिरिक्त कैम टर्निंग लेथ, डुप्लीकेटिंग लेथ, वर्टिकल लेथ आदि ।
लेथ मशीन के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
1. लेथ पर गियर या पुल्ली को पकड़ने के लिए क्या साधन प्रयुक्त होता है – मैन्ड्रिल
2. लेथ बैड कौन-सा लोड सहन करते हैं – टैन्साइल
3. लाइव सैंटर जॉब के साथ क्या क्रिया करता है - घूमता है
4. किसी प्रकार की छड़ को पकड़ने के लिए कौन-सी युक्ति प्रयोग में लाई जाती है - कोलिट चक
5. लेथ की लीड स्क्रू में कौन-से ब्रैड बने होते हैं – एक्में
6. सैंटर ड्रिल का एक ओर नाम क्या है - काम्बीनेशन ड्रिल बिट
7. मास प्रोडक्शन कार्य के लिए कौन-सी लेथ प्रयोग में लाई जाती है - टेरेट लेथ
8. कौन से ऑपरेशन को करते समय कैरिज को लॉक कर दिया जाता है – फेसिंग
9. लेथ का बैड किस धातु का बना होता है - कॉस्ट आयरन
10. लेथ के किस भाग में ड्रिल को पकड़ा जाता है - टेल स्टॉक में
11. सैन्टर सुराख वाले जॉब को टर्न करने के लिए कौन-सी युक्ति प्रयोग होती है – मैन्ड्रिल
12. फिक्सड स्टेडी किस पर फिट की जाती है - लैथ बैड पर
13. सेंट्रर ड्रिलिंग करते समय ड्रिल किन कारणों से टूट सकता है - बहुत अधिक फीड देने पर हैड स्टॉक के पार्ट्स है - ड्राइविंग मैकेनिज्म
14. लेथ गाइड वेज के लंबे जीवन काल के लिए उन्हें क्या किया जाता है - फ्लेम हाईनिंग द्वारा केश हार्ड किया जाता है
15. नर्लिग ऑपरेशन किस प्रकार किया जाता है - टर्निग से 1/3 गुनी स्पीड पर
16. सर्फेस गेज किस कार्य के लिए इस्तेमाल किया जाता है - जॉब को टू करने के लिए
17. स्क्वायर सोल्डर बनाने का क्या उद्देश्य है - मिलने वाले पाटर्स ठीक से शोल्डर पर मिल सके
18. फिक्सड स्टेडी किस पर फिट की जाती है - लैथ बैड पर
19. कम्पाउण्ड गीयर ट्रेन में कितने ड्राइवर होते हैं - दो ड्राइवर
20. कौन से चक के जॉ रिवर्सीबल होते हैं - फोर जॉ चक
21. ........ को बैड के ऊपर कहीं भी लॉक कर सकते हैं - टेल स्टॉक
22. आसमान सतहों के जॉब को सेंटर में किस चक द्वारा नहीं पकड़ा जा सकता है - थ्री – जॉ चक
23. असमान आकार के कार्यखंड को फेस करने के लिए उसे बांधना चाहिए - फेस प्लेट पर क्लेम करके
24. कैरिज हैण्ड व्हील की किस चीज पर निशान अंकित होते हैं - कॉलर
25. नर्लीग करने में कौन सी प्रक्रिया होती है - फार्मिंग
26. टम्बलर गियर किस कार्य के लिये लगाए जाते हैं - दो
27. चक स्पिण्डल पर बाधते समय क्या सावधानी ली जाती है - गाइड वेज पर एक लकड़ी का लटका रहना चाहिए
28. स्पीड लेथ के स्पिण्डल की स्पीड कितने चक्कर प्रति मिनट तक होती है - 1200 से 3600 चक्कर प्रति मिनट
29. जॉब को बांधने तथा खोलने के बाद चक को क्या करते हैं - तुरंत चक से निकालते हैं
30. कटिंग फ्लूड के दो मुख्य उद्देश्य कौन से है - ठंडा तथा स्नेहन करना
31. जो सेंटर कार्यखंड के साथ घूमता है वह क्या कहलाता है - स्लिव सेंटर
32. ड्राइविंग प्लेट किस कार्य के लिए इस्तेमाल की जाती है - दो केंद्रको के मध्य लगी शाफ्ट को डॉग द्वारा घुमाने के लिए
33. स्टैडी रैस्ट के पैड़ किस धातु के बनाये जाते हैं - कार्बन स्टील
34. ऑल गियरड हैड स्टॉक से विभिन्न ....... प्राप्त होती है - स्पीड
35. लेथ मशीन की रीढ़ की हड्डी निम्न में से कौन-सी मानी गई है - लेथ बैड
36. कौन से टूल को हैड स्टॉक स्पिण्डल में पकड़ा जाता है - लाइव सेंटर
37. जब कार्य खंड की लंबाई उने व्यास की 10 गुना या अधिक हो तब किसका इस्तेमाल करना चाहिए - रैस्ट का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए
38. आसमान आकार के जॉब को किस चक पर पकडते है - फोर – जॉ चक
39. टेल स्टॉक कौन सा कार्य करता है - यह कार्यखंड को धारण करता है
40. लेथ मशीन पर एक कटिंग टूल के द्वारा प्रक्रिया की जा सकती है - टर्निग
41. फोर – जॉ चक के ऊपर बने वृत्त किस उद्देश्य की पूर्ति करते है - चारो जॉ की बराबर दूरी पर खोलने में सहायता प्रदान करते हैं
42. लेथ कटिंग टूल निम्न में से किस धातु के बनाये जाते हैं। - सीमैन्टिड, कार्बाइड, स्टेलाइट, सिरामिक
43. सीमेन्टिड कार्बाइड निम्न में से कौन सी धातु है। - नॉन फैरस धातु
44. तीन जबड़ा चक की बैक प्लेट पर ............ चूड़ी कटी होती है। - राइट हैण्ड'वी' थ्रेड
45. चक की बॉडी के फेस पर कुछ सर्कल बने होते हैं जिनका कार्य ..... जॉब को अक्ष के नज़दीक लाना चक के चारों स्क्रू को बाडी के साथ फिक्स करने के लिए ...... प्रयोग की- फिंगर पिन
46. लेथ स्पिण्डल से चक को उतारते समय बैड को खराब होने से बचाने के लिए बैड पर रखा जाता है। - लकड़ी का ब्लॉक
47. चक को मशीन स्पिण्डल पर बांधा जाता है - सीधे मशीन स्पिण्डल पर
48. पार्टिंग ऑफ करने के लिए टूल को किस स्थिति में सैट करते हुए - कटिंग पॉइंट के ठीक सेंटर में
49. सिलेण्ड्रीकल टर्निग करते समय कट की गहराई किसका इस्तेमाल करके दी जाती है - क्रॉस स्लाइड का प्रयोग करके
50. सेमी ऑटोमैटिक तथा ऑटोमैटिक मशीनों पर लंबे बेलनाकार लट्ठों को पकड़ने के लिए किसका इस्तेमाल किया जाता है - कॉलेट चक
51. टूल द्वारा कार्यखंड के एक चक्कर में चली गई दूरी क्या कहलाती है - फीड
52. गैप बैंड लेथ के मेन बैंड के कौन से भाग में फिट रहता है - हैड स्टॉक वाले सिरे पर
53. लेथ मशीन पर रफ टर्निग टूल किस कार्य के लिए इस्तेमाल होता है - जब अधिक मात्रा में धातु को उतारना हो
54. लैथ बैड को प्रत्येक निर्धारित दिवस में क्या देना चाहिए - तेल
55. लेथ के किस भाग में ड्रिल को पकड़ा जाता है - टेल स्टॉक में
56. किस सेंटर का पॉइंट आगे से नुकीला नहीं होता है - पाइप सेंटर
57. BIS का पूर्ण रूप क्या है - Bureau Of Indian Standard
58. क्रॉस स्लाइड कौन सा कार्य करता है - लॉगीट्यूडिनल फीड देने के काम आता है
59. पार्टिंग ऑफ ऑपरेशन स्पीड पर क्या करना चाहिए - कम स्पिण्डल
60. कैच प्लेट में साधारणत: स्लॉट किस प्रकार के होते हैं - मात्र एक U स्लॉट
61. लेथ में चेंज गियर्स किस प्रकार बदलने चाहिए - रुकी अवस्था में
62. लेथ पर गियर या पुल्ली को पकड़ने के लिए क्या साधन प्रयुक्त होता है -मैन्ड्रिल
63. डैड सेंटर का प्वाइन्ट ऐंगल कितना होता है - 90°
64. गियरड हैड स्टॉक (Geared Head Stock) में पावर का नुकसान कितना होता है । - कम
65. लाइव सैंटर जॉब के साथ क्या क्रिया करता है - घूमता है
66. स्टेलाइट के कटिंग टूल्स निम्न में से किस प्रकार के बनाये जाते हैं। - टिप टूल
67. लेथ कटिंग टूलों पर पॉजिटिव टॉप रैक ऐंगल ...... की टर्निंग के लिए - एल्यूमीनियम
68. सीमेन्टिड कार्बाइड से बने कटिंग टूलों की रीशार्पनिंग के लिए निम्न में से किस एब्रेसिव से बने व्हीलों का प्रयोग किया जाता है। - ग्रीन सिलिकन कार्बाइड
69. निम्न में से किस चक में जॉब को अधिक मजबूती से बांधा जाता है। - चार जबड़ा चक
70. चार जबड़ा चक का साइज लिया जाता है - चक के व्यास से
71. फेसिंग टूल का प्वाइन्ट ऐंगल ......... रखा जाता है। - 45°
72. लेथ टूल को 90° कोण पर फीड देते हुए निम्न में से कौन सी संक्रिया की जाती है। - फेसिंग
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